* सन्नाटा* जाहिल मेरे बाने* सतपुड़ा के जंगल* गीत फरोश* वाणी की दीनता* इसे जगाओ * बुनी हुई रस्सी* चार कौए उर्फ चार हौए * अब के* कहीं नहीं बचे* झुर्रियों से भरता हुआ* तुमने जो दिया है* वस्तुतः* नहीं बनेगा* मैं तैयार नहीं था
* पानी वर्षा री
* बूँद टपकी नभ से